मिलें मुश्किलें तो न घबराइएगा, जो शक्ति मिले तो न इतराइएगा मिलें मुश्किलें तो न घबराइएगा, जो शक्ति मिले तो न इतराइएगा
ऐसा भी तो कोई वादा ना था। ऐसा भी तो कोई वादा ना था।
अब दरख़्त की छाया, शीतल करती है काया अब दरख़्त की छाया, शीतल करती है काया
बादल आये बरसे और गए मैं नदिया सी रुक नहीं पाती बादल आये बरसे और गए मैं नदिया सी रुक नहीं पाती
अमावस का वो चाँद हूँ अमावस का वो चाँद हूँ